भिलाई-3 का लाल बना डिप्टी कलेक्टर  परिवार में छाया जश्न, युवाओं के लिए नई प्रेरणा

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भिलाई। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (PSC) द्वारा राज्य सेवा परीक्षा 2024 के अंतिम परिणाम घोषित किए गए, जिनमें भिलाई-3 के होनहार बेटे स्वप्निल वर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 769.5 अंक हासिल किए और राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि प्रदेश के सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायी भी है।

शुरू से मेधावी रहे स्वप्निल के पिता तीजेंद्र वर्मा एसकेएस इस्पात में GST विभाग में कार्यरत हैं, जबकि माता अर्चना वर्मा गृहिणी हैं। वर्तमान में परिवार रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय नगर, डंगनिया में निवासरत है। भिलाई-3 के मूल निवासी स्वप्निल के चाचा एलबी वर्मा वरिष्ठ अधिवक्ता व छोटे चाचा नरेंद्र वर्मा भी स्वप्निल का हौसला बढ़ाते रहे हैं।

मेहनत और दृढ़ता की मिसाल

स्वप्निल बताते हैं कि उनका सपना शुरू से ही प्रशासनिक अधिकारी बनना था। रेलवे और फूड विभाग में चयन होने के बावजूद उन्होंने अपने लक्ष्य से समझौता नहीं किया। उन्होंने बताया कि उद्देश्य स्पष्ट हो तो कठिनाइयाँ भी रास्ता बना देती हैं। लगातार मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास ही मेरी सफलता की कुंजी रहे।

तीसरे प्रयास में मिली इस सफलता के पीछे स्वप्निल की निरंतर पढ़ाई, समय का सटीक प्रबंधन और सकारात्मक सोच प्रमुख रहे। वे कहते हैं कि हर असफल प्रयास उनके लिए सीख लेकर आया और उन्होंने हर बार खुद को बेहतर बनाया।

परिवार में उत्सव जैसा माहौल

भिलाई-3 और रायपुर स्थित उनके घर में खुशी की लहर दौड़ गई है। रिश्तेदारों में दीपावली जैसा माहौल है। अधिवक्ता एलबी वर्मा बताते हैं कि स्वप्निल बचपन से ही बेहद प्रतिभाशाली रहा है। उसकी उपलब्धि पर पूरा परिवार गर्व महसूस कर रहा है। वह आज हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुका है।

युवाओं के लिए संदेश

स्वप्निल सभी प्रतियोगी विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहते हैं कि
निरंतर मेहनत, सही रणनीति और लक्ष्य के प्रति समर्पण ही सफलता का रास्ता बनाते हैं। रास्ता चाहे जितना लंबा हो, विश्वास मत खोइए।

स्वप्निल वर्मा की यह उपलब्धि न सिर्फ उनके परिवार की, बल्कि पूरे भिलाई और छत्तीसगढ़ की शान बढ़ाती है। उनकी कहानी साबित करती है कि सपने सच करने के लिए लगन, धैर्य और मेहनत ही सबसे बड़ा हथियार हैं।

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