वीणापाणि साहित्य समिति दुर्ग द्वारा काव्य गोष्ठी

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भिलाई : दुर्ग विगत दिनों वीणापाणि साहित्य समिति दुर्ग बोरसी द्वारा समिति के अध्यक्ष साहित्यकार एवं कवि डॉ नरेन्द्र देवाँगन”देव” के निवास में काव्य गोष्ठी हुआ।


मिनाक्षी काव्य गोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ बलदाऊ राम साहू अध्यक्ष दुर्ग जिला हिन्दी साहित्य समिति दुर्ग, अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि डॉ संजय दानी ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत कवियित्री डॉ बीनासिंह रागी द्वारा मां सरस्वती की वंदना से की गयी। इस अवसर पर सभी कवियों द्वारा डॉ नरेन्द्र देवाँगन “देव” को काव्य के क्षेत्र में निरंतर उतरोत्तर प्रगति की शुभकामनाएँ एवं उनके यशस्वी उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपनी अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का पाठ किया गया।
संचालन कर रहे डॉ नरेन्द्र देवाँगन “देव”ने सभी कवियों को भागीरथी की संज्ञा देते हुए उमंग एवं सकारात्मक सोच के साथ नवजागरण की दिशा में काव्य रुपी गंगाजल को प्रवाहित करने का आह्वान करते हुए ये पंक्तियां पढ़ी
“उमंगों से भरी आनंद के पल ढूंढ लाते हैं,
हमारी खुशियों में है छिपे वो बेहतर कल को लाते हैं।
मन में आसों की है आस भागीरथी सा है ये प्रयास,
चलो एक बार फिर धरती पे गंगाजल को लाते हैं।।
मुख्य अतिथि डॉ बलदाऊ राम साहू द्वारा अपनी प्रतिनिधि रचना ” कबूतर” के माध्यम से प्रेरक रचना का पाठ किया गया, वहीं अध्यक्षता कर रहे डॉ संजय दानी द्वारा वर्तमान परिवेश से संबंधित हास्य व्यंग्य की कविता का पाठ किया गया। सभी कवियों द्वारा प्रेरक एव़ सारगर्भित रचनाओं का पाठ किया गया।
इस काव्य गोष्ठी के अवसर पर डॉ बलदाऊ राम साहू, डॉ संजय दानी, डॉ इसराइल बैग शाद बिलासपुरी, डॉ बीनासिंह रागी, राजनारायण श्रीवास्तव घनश्याम सोनी, शारदा प्रसाद पाण्डेय, यशवंत सूर्यवंशी, डॉ नौशाद अहमद सिद्दीकी, रियाज खान गौहर, ओमवीर करण, बैकुण्ठ महानंद आदि कविगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में समिति द्वारा छत्तीसगढ़ के लाडले एवं अन्तर्राष्ट्रीय कवि डॉ सुरेन्द्र दुबे तथा समिति के सदस्य इन्द्रजीत दादर निशाचर की माता आत्मा देवी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
समिति के अध्यक्ष डॉ नरेन्द्र देवाँगन द्वारा कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन किया गया।

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