दीप प्रज्वलन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
भिलाई। डॉ. खूबचंद बघेल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिलाई-3 में शनिवार का दिन पुराने छात्रों के लिए यादों का झरना बनकर आया। वर्षों बाद जब कॉलेज के प्रांगण में कदम पड़े, तो गलियारों में गूंज उठी वही पुरानी हंसी, वही मस्ती, और “फिर वही सुनहरे पल” की थीम सच होती नज़र आई।



“भूतपूर्व छात्र सम्मेलन 2025” में जैसे ही पुराने साथी मिले, गले लगे, तो आंखें भीग गईं और चेहरे खिल उठे। किसी ने पुराने क्लासरूम में झांका, तो किसी ने कैंटीन के उस कोने में अपनी पुरानी यादें ढूंढीं। मोबाइल कैमरों ने इन भावनाओं को कैद किया — हर मुस्कान, हर आलिंगन में बीते दिनों की मधुर गूंज थी।



कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसके बाद भूतपूर्व छात्रों ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए। कई पूर्व प्राध्यापक भी इस मौके पर उपस्थित रहे। छात्रों ने उन्हें ससम्मान मंच पर बुलाया, उनके पैर छुए और पुष्पगुच्छ देकर आशीर्वाद लिया। वातावरण में गुरु-शिष्य परंपरा की वह आत्मीयता झलक रही थी जो आज भी उतनी ही ताज़ा है।





कॉलेज प्रशासन और एलुमनी एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने रंग बिखेरे — कभी गीतों में पुरानी यादें लौटीं, तो कभी नृत्य में कॉलेज के सुनहरे दिनों की झलक दिखी। फोटो गैलरी में सजाई गई पुरानी तस्वीरें देखकर सबके चेहरे पर मुस्कान आ गई — “देखो, ये हम हैं तब के!”


आयोजक समिति के सदस्यों ने बताया कि यह आयोजन न केवल यादों को ताज़ा करने का अवसर था, बल्कि कॉलेज के विकास में पूर्व छात्रों के योगदान पर चर्चा का मंच भी बना।