स्वतंत्र भारत में उच्च शिक्षा की नींव रखी थी मौलाना आजाद ने: खान
भिलाई। मदरसा मरकजी मस्जिद कैंप-2 भिलाई में स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की यौमे पैदाइश (जयंती) पर एक कार्यक्रम रखा गया। जिसमें मदरसे के तमाम विद्यार्थी और जमात-ए-इस्लाम भिलाई इकाई के सदर एजाज अहमद मौजूद थे।
इस दौरान इकरा टीचर्स एसोसिएशन के संस्थापक ए यू खान ने मौलाना आजाद की जीवनी पर रोशनी डाली। उन्होंने देश के पहले शिक्षा मंत्री के तौर पर उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना में मौलाना आजाद की भूमिका पर खास तौर पर जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट के सदस्य के तौर पर देश में उच्च शिक्षा में उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए साल 2008 में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उनके जन्मदिन पर प्रति वर्ष 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाने का फैसला किया था। उन्होंने बताया कि मौलाना आजाद ने देश के पहले शिक्षा मंत्री के तौर पर देश में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), खड़गपुर उच्च शिक्षा संस्थान (आईआईटी खड़गपुर) और जामिया मिलिया इस्लामिया की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वहीं महिलाओं की शिक्षा और 14 साल तक बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा की भी वकालत की। इस अवसर पर हाजी बैतुल्लाह खान, इश्तियाक खान, शेख जाफर, सैयद जाफर, शकील अहमद, बबलु, अजमेर खान और जाकिर सहित अनेक लोग मौजूद थे।