डिजिटलीकरण एवं पारदर्शिता की दिशा में अभिनव कदम
भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के औद्योगिक संबंध एवं ठेका श्रमिक विभाग ने प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, तीव्रता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए मासिक आईआर क्लियरेंस (एसडीसी) के लिए लाइव ट्रैकिंग सिस्टम का प्रायोगिक शुभारंभ किया है। यह पहल संयंत्र के डिजिटलीकरण अभियान में एक नए अध्याय की शुरुआत है।
इस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य ठेकेदारों द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की स्थिति की वास्तविक समय (रियल टाइम) में जानकारी उपलब्ध कराना है, जिससे कार्य में पारदर्शिता, गति और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके। नई व्यवस्था से दस्तावेज़ प्रक्रिया की हर अवस्था की निगरानी अब लाइव रूप में की जा सकेगी।
सिंगल विंडो काउंटर (एसडब्ल्यूसी) – एकीकृत संपर्क बिंदु
इसके तहत आईआर-सीएलसी कार्यालय में सिंगल विंडो काउंटर (एसडब्ल्यूसी) स्थापित किया गया है। यह काउंटर दस्तावेजों की प्राप्ति एवं वापसी के लिए एकमात्र संपर्क बिंदु के रूप में कार्य करेगा। ठेकेदारों को अब विभिन्न कार्यालयों में दौड़-धूप करने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे समय की बचत के साथ दक्षता में वृद्धि होगी। दस्तावेज प्रस्तुत करते समय कवरिंग लेटर के साथ एक टोकन नंबर एसडब्ल्यूसी द्वारा जारी किया जाएगा। यह टोकन नंबर आगे की पूरी प्रक्रिया में यूनिक रेफरेंस आईडी के रूप में प्रयुक्त होगा, जिसके माध्यम से ट्रैकिंग की सुविधा सुनिश्चित होगी।
लाइव ट्रैकिंग की डिजिटल सुविधा
नई प्रणाली के माध्यम से ठेकेदार निर्धारित लिंक पर जाकर अपने दस्तावेज़ों की वास्तविक स्थिति देख सकेंगे, जहाँ उनकी फ़ाइल की प्रगति तीन श्रेणियों क्लियर (Clear), प्रक्रिया में (In Process) और लौटाए/अस्वीकृत (Returned/Rejected) में प्रदर्शित होगी। इसके साथ ही प्रत्येक मामले की कुल प्रसंस्करण अवधि (Total Processing Time) भी दिखाई जाएगी, जिससे पारदर्शिता के साथ-साथ जवाबदेही सुनिश्चित होगी और संपूर्ण कार्यप्रवाह की दक्षता का आकलन सरल हो सकेगा।
परीक्षण अवधि एवं भावी क्रियान्वयन
वर्तमान में यह प्रणाली प्रारंभिक रूप से एक माह की परीक्षण अवधि पर संचालित की जा रही है। इस दौरान उपयोगकर्ताओं से प्राप्त फीडबैक के आधार पर सुधार किए जाएंगे। परीक्षण की सफलता उपरांत इसे पूर्णत: लागू करने की योजना है। यह प्रयास संयंत्र की प्रशासनिक कार्यप्रणालियों को डिजिटल स्वरूप देने के साथ-साथ उन्हें अधिक पारदर्शी और समय-उन्मुख बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
नेतृत्व एवं तकनीकी योगदान
इस परियोजना का सफल कार्यान्वयन कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार तथा मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) संदीप माथुर के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। प्रणाली के तकनीकी विकास में महाप्रबंधक (मानव संसाधन- आईआर एवं सीएलसी) विकास चंद्रा, वरिष्ठ प्रबंधक (मानव संसाधन- आईआर एवं सीएलसी) निवेश विजयन, सहायक प्रबंधक (मानव संसाधन- आईआर एवं सीएलसी) के. शशांक राव तथा जूनियर मैनेजर हरीश बैतुले का विशेष योगदान रहा।
प्रणाली पर सकारात्मक प्रतिक्रिया
भिलाई इस्पात संयंत्र में मासिक आईआर क्लियरेंस के लिए प्रारंभ की गयी लाइव ट्रैकिंग प्रणाली की ठेकेदारों ने प्रशंसा की और कहा कि इस व्यवस्था से कार्यप्रवाह में पारदर्शिता बढ़ेगी और अनावश्यक विलंब तथा भ्रम की स्थिति समाप्त होगी।