एक जुलाई को चिकित्सक दिवस पर विशेष
भिलाई। खंड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन डा भुनेश्वर कठौतिया की कोरोनाकाल से अब तक अपनी जीवटता, कर्मठता की वजह से खास पहचान हैं। चिकित्सा अधिकारी के पद पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुरैना में पदस्थ होकर एक लंबा सफ़र दुर्ग जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में देकर अपनी पहचान बनाई है। उनकी सेवा व समर्पण के मरीज ही नहीं आम जन भी कायल हैं।
कोविड की महामारी में दुर्ग जिले के विकास खंड पाटन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में पदस्थ रहते हुए भर्ती मरीजों का सफलतापूर्वक परीक्षण इलाज ओर आक्सीजन की व्यवस्था करना बड़ी जिम्मेदारी को निभाना एक चुनौती भरा काम था। इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन रात्रिकालीन ड्यूटी, पुरूष नसबंदी शिविर ओर महिला नसबंदी शिविर में भाग लेना ओर एमटीपी जैसे कार्य करने के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण पत्र भी दिलाया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में आधुनिक ओटी प्रारंभ कराने में दृढ़ संकल्प के साथ अधिकारियों के विश्वास पर खरे उतरे। आज झीट में सभी प्रकार की सर्जरी हो रही है वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई-3 में पदस्थ हुए व शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम चरोदा भिलाई की बड़ी जिम्मेदारी उठाई। इस दौरान दो क्षेत्रों में उल्टी-दस्त का आऊट बेक्र हुआ चरोदा बस्ती से लगा वार्ड ओर पुरैना में दोनों जगह एक सुनिश्चित कार्य योजना तैयार कर 11 दिनों में उल्टी-दस्त जैसे आऊट सेक्टर को रोकने में सफलता दिलाई।
कुम्हारी में केडिया कंपनी के कर्मचारियां को लेकर आ रही बस खाई में गिरी थी। जानकारी के तुरंत बाद डा कठाैतिया ने कुम्हारी अस्पताल में पहुंच कर गंभीर मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई। रात भर अपनी सेवाएं प्रदान करता रहे हांलांकि इनका क्षेत्र नहीं था फिर पाटन के तत्कालीन खंड चिकित्सा अधिकारी डा आशीष शर्मा के निर्देश पर अपने कर्तव्य को उनके साथ दोनों चिकित्सक ने अपने फर्ज को पूरा किया।
भिलाई-3 में सोनोग्राफी सेवा उनकी ही प्रयासों से हुआ
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई-3 में रहते हुए डा कठौतिया ने गर्भवती माताओं के लिए सोनोग्राफी निशुल्क प्रारंभ कराया। इनके कार्यकाल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण पत्र मिला। इसके साथ ही कड़ी मेहनत लगन से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई को एनक्यूएएस का प्रमाण पत्र उनके कुशल मार्गदर्शन में मिला। डा आशीष शर्मा को शासन उनके कार्यों की गुणवत्ता प्लानिंग मानिटरिग के कारण खैरागढ़ जिला का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बनाया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी का दायित्व किसे दिया जाए ऐसे में डा भुनेश्वर कठौतिया के आलावा कोई विकल्प नहीं था मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा नोज दानी ने अपना निर्णय शासन को बताया डा भुनेश्वर कठौतिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन के खंड चिकित्सा अधिकारी के रूप में पदस्थ हैं। सरल सरस एवं मरीजों व विभागीय अधिकारी कर्मचारी के बीच अपने व्यवहार व्यक्तित्व के लिए डा कठौतिया सभी समाज धर्म को समुदाय के बीच अपनी पहचान बनाने में सफल हुए हैं।