सीबीआई ने मेडिकल कॉलेज में रिश्वतखोरी के आरोप में ककार्रवाई
रायपुर। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने मेडिकल कॉलेज की मान्यता दिलाने के एवज में रिश्वत लेने और निरीक्षण रिपोर्ट को प्रभावित करने के आरोप मामले में एक्शन लिया है। सीबीआई ने तीन डॉक्टरों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, नवा रायपुर (छत्तीसगढ़) से जुड़ी अनियमितता के आरोप को लेकर की गई है।
सीबीआई के अनुसार, आरोपियों ने मेडिकल कॉलेज के पक्ष में अनुकूल निरीक्षण रिपोर्ट तैयार करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। जानकारी मिलने के बाद सीबीआई ने योजना बनाकर जाल बिछाया और आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए सभी व्यक्तियों को अब कासंबंधित न्यायालयों में पेश किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में मेडिकल कॉलेज के अधिकारी, निरीक्षण टीम के डॉक्टर और कुछ बिचौलियों की मिलीभगत सामने आई है। इन लोगों ने वैधानिक निरीक्षण प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए संगठित तरीके से काम किया। मेडिकल काउंसिल की मान्यता प्रक्रिया में पारदर्शिता को धता बताते हुए आरोपियों ने वित्तीय लाभ के लिए नियमों की अनदेखी की।
सीबीआई ने इस कार्रवाई के तहत छत्तीसगढ़, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्य प्रदेश के 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। इन स्थानों से कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि यह नेटवर्क देश के कई राज्यों में सक्रिय था और इससे जुड़े अन्य लोगों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
सीबीआई ने यह भी कहा है कि आरोपी निरीक्षण प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए अलग-अलग रणनीतियों का प्रयोग करते थे, जिसमें रिपोर्ट के आंकड़ों में हेरफेर, फर्जी उपस्थिति, फर्जी संसाधनों का प्रदर्शन और सरकारी मापदंडों को तोड़ने-मरोड़ने जैसे तरीके शामिल हैं।
एजेंसी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि मेडिकल शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में इस प्रकार की अनियमितताओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच जारी है और जल्द ही अन्य लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा सकती है