“रायपुर में गूंजेगी शायरी और कविता की आवाज़: डॉ. चितरंजन कर की अध्यक्षता में सजेगी महफ़िल”
रायपुर। छत्तीसगढ़ उर्दू तंजीम के ज़ेर-ए-अहतमाम (तत्वावधान में) दिवाली मिलन एवं कुल सुबाई शेरी नशिस्त (राज्यस्तरीय काव्य गोष्ठी) का आयोजन आगामी 2 नवंबर, रविवार को किया जा रहा है। यह कार्यक्रम सायं 4 बजे से रात 8 बजे तक रायपुर के वृंदावन मीटिंग हॉल, सिविल लाइन में आयोजित होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रतिष्ठित विद्वान एवं शिक्षाविद् आली जनाब डॉ. प्रो. चितरंजन कर साहब करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आली जनाब जयंत थोरात साहब (वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व डी.आई.जी., छत्तीसगढ़ सरकार) शिरकत करेंगे।
कार्यक्रम के विशेष अतिथियों में
- आली जनाब धनवेन्द्र जायसवाल साहब (भूतपूर्व राज्य सूचना आयुक्त एवं वरिष्ठ पत्रकार)
- आली जनाब डॉ. राजा राम त्रिपाठी (प्रसिद्ध हर्बल वैज्ञानिक, कोंडागांव, छत्तीसगढ़)
शामिल होंगे।
इस साहित्यिक और सांस्कृतिक आयोजन में प्रदेशभर के नामचीन कवि, शायर और साहित्यकार भाग लेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदी-उर्दू अदब की साझा विरासत को आगे बढ़ाना और समाज में साहित्यिक संवाद को प्रोत्साहित करना है।
छत्तीसगढ़ उर्दू तंजीम ने सभी साहित्य प्रेमियों, कवियों और शायरों से आग्रह किया है कि वे अपनी श्रेष्ठ रचनाओं — गीत, ग़ज़ल, दोहे, मुक्तक, रुबाई आदि के माध्यम से इस कार्यक्रम की गरिमा को और यादगार बनाएं।
आयोजकों ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य साहित्यिक एकता और सामाजिक सौहार्द के संदेश को फैलाना है। दिवाली मिलन के अवसर पर यह काव्य गोष्ठी रचनात्मकता और भाईचारे की एक सुंदर मिसाल बनेगी।
