नए विधानसभा भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के निमंत्रण से ‘मिनी माता’ के नाम को हटाए जाने का किया विरोध
रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता अमित जोगी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार पर नए विधानसभा भवन के उद्घाटन कार्यक्रम से ‘मिनी माता’ के नाम को मिटाने का गंभीर आरोप लगाया है।
एक गंभीर और भावुक स्वर में बोलते हुए जोगी ने कहा कि राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी ने पुराने विधानसभा भवन का नाम राज्य की पहली दलित सांसद मिनी माता के नाम पर रखकर दलित सशक्तिकरण, नारी सशक्तिकरण और छत्तीसगढ़ की अस्मिता को सम्मानित किया था।
जोगी ने कहा, “आज, जब राज्य अपने 25वें स्थापना दिवस पर एक नए विधानसभा भवन का उद्घाटन करने जा रहा है, तो हमें विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की ओर से निमंत्रण मिला है। लेकिन हैरानी और गुस्से की बात यह है कि इस पूरे निमंत्रण पत्र में ‘मिनी माता’ नाम का कोई ज़िक्र तक नहीं है।”
उन्होंने इस कृत्य को “सुनियोजित षड्यंत्र या गंभीर भूल” करार देते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ की जनता, इतिहास और संवैधानिक मूल्यों का सीधा अपमान है। उन्होंने आगे कहा “सवाल उठता है क्या प्रधानमंत्री इस भवन का नाम किसी और के नाम पर रखना चाहते हैं ? लेकिन मैं स्पष्ट कहना चाहता हूं यह भवन छत्तीसगढ़ का है और इसका नाम छत्तीसगढ़ की बेटी के नाम पर ही होगा।”
जोगी ने विधानसभा अध्यक्ष से तत्काल एक नया निमंत्रण जारी करने और स्पष्ट रूप से “मिनी माता विधानसभा भवन, नया रायपुर” का उल्लेख करने की मांग की।
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने एक कड़ा रुख अपनाते हुए घोषणा की “और अगर ऐसा नहीं किया गया… अगर मिनी माता के नाम को मिटाने का यह षड्यंत्र जारी रहा… तो मैं छत्तीसगढ़ के सभी विधायकों और पूर्व विधायकों से अपील करता हूं कि वे प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम का बहिष्कार करें!
उन्होंने कहा कि यही उनका अंतिम संदेश और आगे की लड़ाई होगी। अमित जोगी नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत से भी अपील किया है कि पहले छत्तीसगढ़ की बेटी मिनी माता के लिए आवाज़ उठाएँ बाद में प्रधानमंत्री मोदी एवं अन्य के साथ फ़ोटो खिंचवाएँ।
प्रेस वार्ता के अंत में अमित जोगी नए विधानसभा उद्घाटन निमंत्रण को जलाकर विरोध किया। उन्होंने इस कृत्य को “सुनियोजित षड्यंत्र या गंभीर भूल” करार देते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ की जनता, इतिहास और संवैधानिक मूल्यों का सीधा अपमान है। उन्होंने आगे कहा “सवाल उठता है क्या प्रधानमंत्री इस भवन का नाम किसी और के नाम पर रखना चाहते हैं ? लेकिन मैं स्पष्ट कहना चाहता हूं यह भवन छत्तीसगढ़ का है और इसका नाम छत्तीसगढ़ की बेटी के नाम पर ही होगा।”
जोगी ने विधानसभा अध्यक्ष से तत्काल एक नया निमंत्रण जारी करने और स्पष्ट रूप से “मिनी माता विधानसभा भवन, नया रायपुर” का उल्लेख करने की मांग की।
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने एक कड़ा रुख अपनाते हुए घोषणा की “और अगर ऐसा नहीं किया गया… अगर मिनी माता के नाम को मिटाने का यह षड्यंत्र जारी रहा… तो मैं छत्तीसगढ़ के सभी विधायकों और पूर्व विधायकों से अपील करता हूं कि वे प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम का बहिष्कार करें!”
उन्होंने कहा कि यही उनका अंतिम संदेश और आगे की लड़ाई होगी।अमित जोगी नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत से भी अपील किया है कि पहले छत्तीसगढ़ की बेटी मिनी माता के लिए आवाज़ उठाएँ बाद में प्रधानमंत्री मोदी एवं अन्य के साथ फ़ोटो खिंचवाएँ।