समाज सेवा और सांस्कृतिक जागरूकता का अद्भुत संगम: बोड़ेगांव में लगातार 13वें सप्ताह होगी महाआरती
भिलाई, बोड़ेगांव (छत्तीसगढ़) बालवीर पंथी नृत्य दल एवं ग्राम बोड़ेगांव के सतनामी समाज के संयुक्त मार्गदर्शन में 14 जुलाई 2025 से हर सोमवार को विशेष पूजा, अर्चना एवं महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में राज्य स्तर की पंथी पार्टियों को आमंत्रित कर ब्रह्म स्वरूप गुरु घासीदास बाबा के आदर्शों एवं पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया जाता है।

हर सोमवार को आयोजित इस महाआरती में शामिल सभी पंथी दलों को ग्रामवासियों की ओर से प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया जाता है। इस 6 अक्टूबर को यह आयोजन अपने 13वें सप्ताह में प्रवेश करेगा।
इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन की विशेष बात यह है कि इसकी आयोजन समिति पूरी तरह 18 से 21 वर्ष की उम्र के युवाओं द्वारा संचालित है, जो न सिर्फ समाज की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का कार्य कर रहे हैं, बल्कि बाबा के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का भी प्रयास कर रहे हैं।

हर सप्ताह तीन ग्रामों की पंथी पार्टियां आमंत्रित की जाती हैं। इस बार ग्राम अरसनारा, जुनवानी (भिलाई) और ग्राम रक्सा के पंथी कलाकार पंथी नृत्य, भजन और गीतों की प्रस्तुति देंगे। इस आयोजन के माध्यम से ग्रामवासी सामाजिक समानता, एकजुटता और व्यसनमुक्त जीवन का संकल्प लेकर बाबा जी की शिक्षाओं को जीवन में उतारने का प्रयास कर रहे हैं।
अब तक खैरागढ़, राजनांदगांव, दुर्ग, बेमेतरा और बालोद जिलों के विभिन्न गांवों की 20 से अधिक पंथी पार्टियां इस आयोजन में अपनी सहभागिता दर्ज करा चुकी हैं।

इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में पप्पी भूपेंद्र टंडन (सरपंच बोड़ेगांव), प्रतिभा देवांगन (जनपद सदस्य), पंच भूपेंद्र टंडन, समिति के संचालक जोगान्स चेलक, अनिल बंजारे, रोशन दास मारकंडे, अजय बंजारे, गोविंदा कोसरे, प्रकाश बंजारे, आशीष सोनवानी, धीरज देशलहरे, महेश मारकंडे, शैलेंद्र घृतलहरे, सागर कुर्रे, आकाश टंडन, कृष्णा चतुर्वेदी, आदित्य लसेल, निखिल सोनवानी, मयंक टंडन, प्रतीक बंजारे, यश बंजारे, संदीप बंजारे, रूपेश मारकंडे, सुमित चेलक, प्रिंस सोनवानी, प्रवीण बंजारे, अमन टंडन युवाओं का विशेष योगदान रहा है।

इस आयोजन का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक सुधार, युवा जागरूकता और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का एक सशक्त माध्यम बनकर उभर रहा है। बाबा गुरु घासीदास जी के संदेशों को जन-जन तक पहुँचाने और सामाजिक एकता को मजबूत करने की दिशा में यह प्रयास प्रेरणादायक है।
