नशाबंदी विषय पर बच्चों की ओपन माईक स्पर्धा हुई*
* नशाबंदी हेतु शपथ ली गई
* डॉ लुनेश कुमार वर्मा के हाईकु संग्रह ” नई उड़ान” का लोकार्पण हुआ
* प्रदेश के 100 कवियों को “दबंग हिंदी सेवा सम्मान ” प्रदान किया गया
* नशामुक्ति पर काव्य पाठ संपन्न हुआ
रायपुर, प्रदेश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र दैनिक दबंग स्वर के स्थापना दिवस के अवसर पर राजधानी में संपन्न एक गरिमामय कार्यक्रम ने रविवार की शाम को यादगार शाम में परिवर्तित कर दिया। अग्रणी साहित्यिक व सामाजिक संस्था वक्ता मंच द्वारा संयोजित इस आयोजन में हिंदी भाषा और नशामुक्ति की संयुक्त थीम पर देर रात तक अनेक कार्यक्रम संपन्न हुए।
उल्लेखनीय है कि दबंग स्वर का स्थापना दिवस 15 अक्टूबर को है लेकिन इस दौरान दीपावली निकट होने के कारण इस वर्ष यह वर्षगांठ 28 सितंबर को ही उत्सवित कर ली गई। समारोह के मंच पर दैनिक दबंग स्वर के प्रधान संपादक डॉ. पं. पी. के. तिवारी जी की विशेष उपस्थिति में वरिष्ठ कवयित्री शुभा शुक्ला ‘ निशा ‘ ने मुख्य अतिथि की आसंदी ग्रहण की। राजभवन में डिप्टी सेक्रेटरी युवा साहित्यकार डॉ. रूपेंद्र कवि ने आयोजन की अध्यक्षता की। वक्ता मंच की संरक्षिका ज्योति शुक्ला एवं सचिव मनीष अवस्थी भी मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते द्वारा किया गया। वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू के साथ परम कुमार, दुष्यंत साहू, यशवंत यदु, पूर्णेश डडसेना सहित पूरी टीम वक्ता मंच ने इस अविस्मरणीय आयोजन को संयोजित किया।

दीप प्रज्वलन एवं मां शारदे की वंदना के साथ आरम्भ हुए इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम राजधानी की बाल प्रतिभाओं ने ओपन माइक इवेंट के माध्यम से नशाबंदी पर उत्कृष्ट प्रस्तुतियां दी l 4 से 10 वर्ष एवं 11 से 18 वर्ष के दो आयु समूहों में संपन्न इस स्पर्धा के माध्यम से बच्चों ने नशे के दुष्प्रभावों पर अपनी सशक्त प्रस्तुतियों से उपस्थित जन समूह के अंतर्मन को झकझोर दिया। स्पर्धा के प्रतिभागी समस्त बच्चों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इसके पश्चात मंचासीन अतिथियों ने अपने उद्बोधन में इस कार्यक्रम पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि दबंग स्वर सदैव सामाजिक सरोकारों से जुड़ा रहता है। नो निगेटिव न्यूज के साथ निष्पक्ष व जन पक्षधर समाचारों के प्रकाशन से इस अखबार को नई पहचान मिली है और कम समय में एक बड़ा पाठक वर्ग तैयार हुआ है। अतिथियों ने दबंग स्वर के स्थापना दिवस पर नशाबंदी अभियान और साहित्यकारों के सम्मान के कार्य को एक अनूठी पहल निरूपित किया।

इसके पश्चात डॉ लूनेश कुमार वर्मा के हाईकु संग्रह नई उड़ान का विमोचन किया गया। लेखक द्वारा इस अवसर पर अपने काव्य संग्रह की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डाला गया। अगले क्रम में दैनिक दबंग स्वर के प्रधान संपादक डॉ पं. पी. के. तिवारी द्वारा उपस्थित जन समूह को नशाबंदी की शपथ दिलाई गई। लोगों ने स्वयं किसी प्रकार का नशा न करने तथा नशे की बुराई के खिलाफ निरंतर जन जागरूकता हेतु कार्य करने की शपथ ली। समारोह का मुख्य आकर्षण प्रदेश के 100 रचनाकारों को ” दबंग हिंदी सेवा सम्मान” का वितरण करना था। वक्ता मंच व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से चयनित एवं प्रति रविवार दबंग स्वर में प्रकाशित होनेवाले समस्त कवियों को यह सम्मान प्रदान किया गया। अतिथियों द्वारा क्रमशः 100 रचनाकारों को यह सम्मान दिया गया।
इस समारोह की अंतिम कड़ी के रूप में नशाबंदी पर केंद्रित काव्य पाठ संपन्न हुआ। देर रात तक जारी इस काव्य पाठ में प्रदेश भर से उपस्थित कवियों ने हिंदी, उर्दू एवं छत्तीसगढ़ी भाषा में काव्य पाठ कर समां बांध दिया तथा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह संपूर्ण आयोजन ने प्रदेश में बढ़ती नशाखोरी एवं इसके भीषण दुष्प्रभावों पर एक गंभीर चिंतन सामने लेकर आया है। प्रदेश भर में बढ़ती चाकूबाजी, महिलाओं से दुर्व्यवहार सहित हिंसा व सामाजिक असंतोष की धधकती आग बढ़ती नशाखोरी की प्रवृत्ति का ही दुष्प्रभाव है। आयोजन में उपस्थित सैकड़ों प्रबुद्धजनों ने प्रदेश को पूर्णतः नशामुक्त करने की मांग की। आयोजनकर्ताओं द्वारा शीघ्र ही महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री से भेंट कर उन्हें इस आयोजन के निष्कर्षों से अवगत कराते हुए प्रदेश में नशाबंदी हेतु ठोस कदम उठाए जाने की मांग की जायेगी।
