मस्जिदों के इमाम बोले-नबी की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं , एफआईआर रद्द करने उठाई मांग
विरोध प्रदर्शन की अगुवाई की शहर की तमाम मस्जिदों के इमाम और ओहदेदारों ने
भिलाई। इस्पात नगरी भिलाई के मुस्लिम समुदाय ने शुक्रवार की दोपहर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन उत्तर प्रदेश के कानपुर में ‘आई लव मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम’ के पोस्टर /बैनर लगाने पर की गई पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में था। भिलाई नगर मस्जिद ट्रस्ट की अगुवाई में भिलाई-तीन, रिसाली, रूआबांधा, हुडको, कैम्प व खुर्सीपार क्षेत्र सहित आसपास की तमाम मस्जिदों के इमाम और मस्जिद कमेटियों के ओहदेदारों की अगुवाई में यह विरोध प्रदर्शन हुआ। जामा मस्जिद सेक्टर-6 के ईदगाह मैदान में बड़ी तादाद में पहुंचे लोगों ने हाथों में ‘आई लव मुहम्मद सललल्लाहो अलैहि वसल्लम’के पोस्टर-बैनर थाम रखा थी, वहीं पूरे मैदान में भी जगह-जगह बैनर लगाए गए थे।

इस दौरान देश की राष्ट्रपति से मांग की गई कि उत्तर प्रदेश में द्वेषपूर्ण की गई एफआईआर को रद्द करवाया जाए और देश का माहौल खराब करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। शुक्रवार की दोपहर जुमे की नमाज के बाद शहर की अलग-अलग मस्जिदों से लोग बड़ी तादाद में जुलूस की शक्ल में ईदगाह मैदान सेक्टर-6 पहुंचे। इस दौरान सभी मस्जिदों के इमाम ने अपनी बात रखी और पैगम्बर हजरत मुहम्मद से अपनी मुहब्बत का इजहार किया।
भिलाई नगर मस्जिद ट्रस्ट के सदर मिर्जा आसिम बेग ने कहा कि हम अमन पसंद लोग कानून के दायरे में इस विरोध प्रदर्शन के जरिए से बताना चाहते हैं हमारी अकीदत को ठेस न पहुंचाई जाए, हम मुहम्मद मुस्तफा के कल भी वफादार थे और आज भी हैं और हमेशा रहेंगे।
जामा मस्जिद सेक्टर-6 के इमामो-खतीब हाफिज इकबाल अंजुम हैदर ने इस दौरान कहा कि कोई निजी मामला होता या खानदान की बात होगी तो मुसलमान इसे बर्दाश्त भी कर सकता है लेकिन जब बात हमारे नबी की आएगी तो हर मुसलमान का यह हक बनता है कि नबी से अपनी मुहब्बत का खुल कर इजहार हर हाल में करे। इस दौरान मुफ्ती जामी क़मर,मुफ्ती कलीम कादरी,मौलाना गुलाम मोहिउद्दीन
हाफ़िज़ मंजर हसन,मुफ्ती मजहर,मौलाना सलीमुल कादरी,मौलाना तंजीम अहमद,मौलाना अब्दुल मजीद,मौलाना शराफत नूरी और मौलाना आरिफ ने भी अपनी बातें रखीं।

आखिर में शहर की तमाम मस्जिद कमेटियों की ओर से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिला एव पुलिस प्रशासन कौ सौंपा गया। नगर पुलिस अधीक्षक सत्यप्रकाश तिवारी और एसडीएम हितेश पिस्दा ने यह ज्ञापन लिया। जिसमें शहर के मुसलमानों का प्रतिनिधित्व कर रही कमेटियों की ओर से कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में ‘आई लव मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम’जैसे मुहब्बत भरे पैगाम को साम्प्रदायिक रंग दे कर फिजा खराब की गई। जिसमें पुलिस प्रशासन ने भी द्वेषपूर्ण एवं दूषित मानसिकता के साथ संदिग्ध एवं झूठी कार्रवाई की और 24-25 मुस्लिम नवयुवकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई, जो स्वीकार योग्य नहीं है।
समस्त मुस्लिम समाज ने इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए ऐसी द्वेषपूर्ण प्राथमिकी को रद्द किए जाने के साथ ही दोषी अधिकारियों के विरुद्ध जॉच कर उचित विभागीय कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

इस दौरान विभिन्न मस्जिद कमेटियों का प्रतिनिधित्व कर रहे लोगों में हलाल राइन, इमरान खान, राजू खान, जाकिर क़ाज़ी, मुहम्मद कलाम, इरफान खान, मुमताज़ अहमद, शाहिद अहमद रज्जन, सैयद अली, बरकत अली, रुस्तम खान,अफसर अली, शरीफ शेख, मुख्तार खान, ताहिर सिद्दीकी, हाजी एमएच सिद्दीकी और मोहम्मद नजरूल इस्लाम सहित बड़ी तादाद में लोगों ने अपनी भागीदारी दी।