छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
भिलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री सैय्यद असलम ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से छत्तीसगढ़ राज्य की रजत जयंती वर्ष पर प्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की घोषणा जैसे बड़ी सौगात देने मांग उठाई है।
प्रदेश महामंत्री असलम ने बताया कि प्रदेश के सभी विभागों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने अथवा परिजनों के इलाज पर खर्च होने वाली राशि को वर्तमान में चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिल बनाकर प्रस्तुत करने पर शासन के मापदंड और मान्यता प्राप्त अस्पतालों में इलाज पर देने की व्यवस्था है। जिससे अधिकारी कर्मचारी का वास्तविक इलाज पर खर्च राशि का 70 प्रतिशत राशि भी नहीं मिल पाती है। वहीं बजट के अभाव में सैकड़ों अधिकारी कर्मचारी का मेडिकल बिल विभागों में लंबित है।
उन्होंने कहा कि कैशलेश चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने से शासन और अधिकारी कर्मचारी दोनों के लिए आसानी होगी। प्रदेश के सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी संगठनों द्वारा इसको अपनी मांगों में सम्मिलित किया जा रहा है क्योंकि यह मांग प्रत्येक अधिकारी कर्मचारी व परिजनों की स्वास्थ से जुड़ा अहम मुद्दा है। कई कर्मचारी खुद अथवा परिजनों का इलाज गहने व जमीन बेचकर या ऊंची ब्याज दर पर उधार लेकर कराते हैं जबकि बिल प्रस्तुत करने पर वास्तविकता में उन बीमारियों के इलाज पर खर्च का पूरा भुगतान भी नहीं होता।
उन्होंने कहा कि कुछ तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर्याप्त राशि नहीं होने अथवा प्राइवेट अस्पतालों का खर्च नहीं उठा पाने की दशा में परिजनों का इलाज नहीं करा पा रहे हैं।