रेलवे की जमीन अब बनेगी कमाई का जरिया
रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर रेल मंडल ने व्यावसायिक निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गुड्स शेड्स और साइडिंग्स के आसपास की रेलवे भूमि को 35 वर्षों की अवधि के लिए पट्टे पर देने का निर्णय लिया है। इस योजना का उद्देश्य रेल राजस्व में वृद्धि के साथ-साथ कार्गो ढांचागत सुविधाओं को बेहतर बनाना है।
रेलवे ने इच्छुक उद्योगों और व्यवसायिक संस्थाओं से रुचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित की है। इच्छुक पक्ष गोदाम, भंडारण सुविधाएं, ग्राइंडिंग साइलो, टैंक, कन्वेयर बेल्ट, डिकैंटिंग यूनिट, साथ ही वजन माप केंद्र, ट्रक पार्किंग, छंटाई, पैकेजिंग, असेंबलिंग व डिस-असेंबलिंग जैसे कार्य कर सकेंगे।
पट्टा शुल्क भूमि के बाजार मूल्य का 1.5% प्रतिवर्ष तय किया गया है, जिसमें हर वर्ष 6% की वार्षिक वृद्धि निर्धारित है।
इस योजना के अंतर्गत जिन स्थानों पर रेलवे की भूमि उपलब्ध है, उनमें प्रमुख है कुम्हारी, भिलाई, कुसुमकसा, गुदम, मंदिरहसौद, बिल्हा, दाधापारा, अंतागढ़, तिल्दा-नेवरा, भाटापारा, सिलियरी, रायपुर, बालोद, लखोली, भानुप्रतापपुर, अभनपुर, राजिम, हथबंद और रावघाट।
ईओआई जमा करने की अंतिम तिथि 22 सितंबर 2025 शाम 5 बजे तक निर्धारित की गई है। इच्छुक पक्ष ईमेल ((srdcm@r.railnet.gov.in)) या सीनियर डीसीएम, रायपुर कार्यालय के पते पर भौतिक प्रति जमा कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए नितीश खिलार, मुख्य वाणिज्य निरीक्षक (फ्रेट) से मोबाइल नंबर 9752877977 पर संपर्क किया जा सकता है।
रेलवे की यह पहल निजी निवेश को आकर्षित करने और स्थानीय औद्योगिक विकास को गति देने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
इन स्थानों पर है जगह
