भिलाई : शनिवार, संत कबीर पब्लिक स्कूल, जी केबिन चरोदा में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल में शिक्षकों के प्रति श्रद्धा और आभार व्यक्त करने के लिए एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सूरज साहू, संयोजक रेड ड्राप केंडम क्लब छत्तीसगढ़, विशेष अतिथि के रूप में रामकुमार साहू, सह सचिव जिला साहू संघ भिलाई नगर, तथा अन्य अतिथियों के रूप में महिमा नेताम, भावना पटेल, याशिका कश्यप उपस्थित थे।
शिक्षक दिवस की शुरुआत में स्कूल के बच्चों ने अपने-अपने क्लास टीचरों के जैसे वेशभूषा धारण की थी और उनके द्वारा बच्चों को कैसे पढ़ाया जाता है, यह नकल कर सभी को दर्शाया। बच्चों ने गीत, गाना, कविता और पोयम प्रस्तुत करके यह दिखाया कि वे अपने शिक्षकों से कितनी प्रेरणा लेते हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती माता, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और संत कबीर के तैल चित्रों पर माल्यार्पण, तिलक, अगरबत्ती जलाकर आरती करने के साथ हुई। इसके बाद सभी अतिथियों का स्वागत गीत गाकर और पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। याशिका कश्यप का विशेष रूप से सम्मान किया गया, साथ ही महिमा नेताम, भावना पटेल, किरण यादव, दिव्या थापा, संतोषी नेताम और प्रिंसिपल मोनाली पाल का भी सम्मान किया गया।
इस अवसर पर प्रिंसिपल मोनाली पाल ने सभी अतिथियों और शिक्षकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस दिन हम अपने शिक्षकों के योगदान को याद करते हैं और उनके प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर करते हैं।
महिमा नेताम ने अपने भाषण में कहा कि “शिक्षक और सड़क दोनों एक ही स्थान पर होते हैं, और बच्चे इनसे आगे बढ़ते रहते हैं।” वहीं रामकुमार साहू ने बताया कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन पहले एक शिक्षक थे, और बाद में भारत के उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति बने, जिन्हें आज भी एक शिक्षक के रूप में याद किया जाता है।
मुख्य अतिथि सूरज साहू ने बच्चों से कहा, “शिक्षक केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं।” उनके अनुसार, शिक्षक बच्चों को न केवल किताबों से, बल्कि जीवन के हर पहलू से भी प्रेरित करते हैं।
इस कार्यक्रम में स्कूल के सभी बच्चे उपस्थित थे और कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी का आभार व्यक्त किया गया।
शिक्षक दिवस के इस अवसर पर बच्चों और शिक्षकों के बीच सामूहिकता और श्रद्धा का अद्भुत दृश्य देखा गया, जो इस बात का प्रतीक था कि शिक्षक के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।