कार्यक्रम राष्ट्रीय चेतना, सांस्कृतिक विरासत और भारत की ऐतिहासिक अखंडता के उद्देश्य से रखा गया
भिलाई। डॉ. खूबचंद बघेल शासकीय महाविद्यालय, भिलाई-3 में “अखंड भारत” विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय चेतना, सांस्कृतिक विरासत और भारत की ऐतिहासिक अखंडता को समझने के उद्देश्य से रखा गया था।
मुख्य वक्ता विश्वनाथ बोगी (प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने कहा कि भारत की अखंडता केवल सीमाओं से नहीं, बल्कि उसकी सांस्कृतिक आत्मा से परिभाषित होती है। उन्होंने सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक और तक्षशिला जैसे ऐतिहासिक उदाहरणों के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक एकता को रेखांकित किया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अश्विनी महाजन ने कहा कि अखंड भारत की अवधारणा केवल इतिहास नहीं, बल्कि सांस्कृतिक चेतना का आधार है। इस प्रकार के आयोजनों से विद्यार्थियों में राष्ट्रभक्ति और सामाजिक समरसता की भावना को बल मिलता है।
कार्यक्रम में सुनील पटेल (जिला कार्यवाह), विनोद देवांगन (महाविद्यालयीन कार्य प्रमुख) और कुमार विक्रांत मिश्रा (सह समन्वयक, विवेकानंद यूथ सर्किल) विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मंच संचालन डॉ. मनीष कालरा ने किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम ने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक गौरव के विचारों को विद्यार्थियों में नई ऊर्जा के साथ संचारित किया।