भिलाई: छत्तीसगढ़ में बिजली दरों में बढ़ोतरी और ‘हाफ बिजली बिल योजना’ को समाप्त करने के विरोध में कांग्रेस ने अनोखे तरीके से प्रदर्शन किया। दुर्ग जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लालटेन सौंपकर राज्य सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। कार्यकर्ताओं ने विद्युत कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों को लालटेन भेंट की और सरकार का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की।
राकेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार प्रधानमंत्री के उद्योगपति मित्र अडानी को छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा, जंगल, जमीन, कोयला और बिजली सौंपकर राज्य को फिर लालटेन युग में धकेलना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ जैसे सरप्लस बिजली उत्पादन राज्य में भी लोगों को महंगे बिलों और स्मार्ट मीटर के ज़रिए आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि अडानी-अंबानी की सौर ऊर्जा परियोजनाओं को जबरन थोपा जा रहा है ताकि छत्तीसगढ़ का कोयला बाहरी राज्यों में महंगे दामों में बेचा जा सके। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार द्वारा लागू हाफ बिजली बिल योजना से हर परिवार को सालाना 40 से 50 हजार रुपये की बचत होती थी, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे समाप्त कर मध्यम और निम्न वर्ग पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है।
पूर्व विधायक अरुण वोरा ने कहा कि सरकार के इस फैसले से लगभग 20 से 22 लाख उपभोक्ता योजना से बाहर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुफ्त सौर ऊर्जा योजना व्यवहारिक नहीं है और यह आम लोगों की पहुंच से बाहर है।
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने 400 यूनिट तक हाफ बिजली बिल योजना को फिर से लागू नहीं किया, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा।
प्रदर्शन में राकेश ठाकुर, अरुण वोरा, प्रतिमा चंद्राकर, राजेन्द्र साहू, नासिर खोखर, प्रकाश ठाकुर समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
