भिलाई। विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतिम दिवस पर जय हिंद क्लब, भिलाई-3 में एक जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य शिशुवती माताओं और समुदाय को स्तनपान के महत्व, उसकी विधि और लाभ के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम में खंड शिक्षा विस्तार प्रशिक्षक व स्वास्थ्य अधिकारी सैय्यद असलम ने बताया कि मां का दूध नवजात शिशु के लिए अमृत के समान होता है। उन्होंने माताओं को जानकारी दी कि शिशु के जन्म से लेकर छह माह तक केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए। उसके बाद धीरे-धीरे ऊपरी आहार जैसे आलू मसलकर, चावल-दाल मिलाकर देना शुरू किया जा सकता है। साथ ही, आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलने वाले दालिया को भी स्वादानुसार तैयार कर शिशुओं को खिलाने की सलाह दी गई।
महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक इंदु कोसरे और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि स्तनपान सप्ताह के दौरान विभिन्न माध्यमों से माताओं को प्रशिक्षण और परामर्श दिया गया। लेडी हेल्थ विजिटर आर. विश्वास और ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजिका थानेश्वरी साहू ने माताओं को शिशु को पकड़ने की सही तकनीक, दूध पिलाने की विधि और कंगारू केयर जैसी उपयोगी जानकारी दी।
कार्यक्रम में विशेष रूप से नगर निगम चरोदा के नेता प्रतिपक्ष राम खिलावन वर्मा, पार्षद प्रेमलता चंद्राकर और पार्षद गुरुचरण सिंह कुक्की उपस्थित रहे। उन्होंने हितग्राहियों से अपील की कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं, स्तनपान के महत्व को समझें और नियमित रूप से शिशुओं को मां का दूध पिलाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि माताएं आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़कर वहां मिलने वाले पोषण आहार का सदुपयोग करें ताकि धात्री महिलाएं और शिशु सुपोषित रह सकें।
कार्यक्रम में लीला विश्वकर्मा, शीला वर्मा, अनिता साहू, सीमा जंघेल, कुंती गढ़ेवाल, सतरूपा निर्मलकर, अंजली महिलांग, सरोज मंडल सहित बड़ी संख्या में मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और हितग्राही उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने माताओं और समुदाय के बीच शिशु स्वास्थ्य और पोषण को लेकर जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।
