हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में प्रवेश की धीमी रफ्तार, अब तक 8 हजार छात्रों ने लिया दाखिला

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दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध 158 शासकीय और निजी महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर प्रवेश की प्रक्रिया जारी है। कुल 54,063 सीटों के लिए 90,650 आवेदन आए हैं, लेकिन अब तक केवल 8,336 छात्रों ने ही प्रवेश लिया है। इन कॉलेजों ने पोर्टल में इतने ही विद्यार्थियों के नाम अपलोड किए हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि प्रवेश की रफ्तार अभी काफी धीमी है, जबकि अंतिम तिथि 31 जुलाई मात्र 9 दिन दूर है।

विश्वविद्यालय पोर्टल के अनुसार, अब तक बीए में 33%, कॉमर्स में 31.22%, बीएससी जीवविज्ञान में 32.24% और बीएससी गणित में केवल 15% सीटें ही भरी गई हैं। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में कम है, जिससे ग्रॉस एनरोलमेंट अनुपात भी प्रभावित हुआ है।

हालांकि, साइंस कॉलेज, गर्ल्स कॉलेज और वैशाली नगर कॉलेज में तीसरी सूची जारी की जा चुकी है। वहीं खुर्सीपार कॉलेज, भिलाई-3, जामगांव-आर, कुम्हारी, उतई और पाटन जैसे अन्य शासकीय कॉलेजों में भी तीसरी सूची के बाद भी प्रवेश संख्या में अपेक्षित वृद्धि नहीं हुई है।

अधिकारियों का कहना है कि वेल्यू एडेड कोर्स की सूची अभी जारी नहीं हुई है। इसके जारी होने के बाद अपलोडिंग की प्रक्रिया में तेजी आएगी और विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि की संभावना है।

इस बीच, बिलासपुर की सेंट्रल यूनिवर्सिटी (GGU) ने CUET-UG परीक्षा के आधार पर स्नातक प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए छात्र 25 जुलाई तक ggvcuet.samarth.edu.in पर पंजीयन कर सकते हैं। पहली प्रावीण्य सूची 30 जुलाई को जारी होगी और पहले चरण की फीस 31 जुलाई से 3 अगस्त तक जमा की जा सकेगी। दूसरी सूची 5 अगस्त को आएगी, जिसमें चयनित विद्यार्थी 6 से 10 अगस्त तक शुल्क जमा कर सकेंगे। 18 अगस्त से दस्तावेजों का ऑफलाइन सत्यापन होगा।

राज्य के इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक, कृषि, दुग्ध प्रौद्योगिकी समेत अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में भी इन दिनों प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि काउंसिलिंग के बाद जो विद्यार्थी बचेंगे, वे अकादमिक विषयों की ओर रुख कर सकते हैं। इससे विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है।

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