छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव के निर्देशानुसार सत्र 2025-26 की शुरुआत में सेजस चरोदा में शाला प्रवेशोत्सव समारोहपूर्वक आयोजित किया गया। प्रारंभ में मुख्य अतिथि राजमहंत डोमन लाल कोर्सेवाडा़ विधायक विधानसभा अहिवारा, अध्यक्ष एसएमडीसी विश्वनाथ सिन्हा, विधायक प्रतिनिधि अंकिता बैनर्जी, वार्ड पार्षद अपर्णा दास, समाजसेवी सुब्रतो दास ने मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दूध-दीप प्रज्ज्वलित किया। सरस्वती वंदना के पश्चात् मुख्य तिथि डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ने कक्षा पहली और छठवीं में नवप्रवेशित बच्चों के मस्तक पर गुलाल लगाकर मुंह मीठा किया और छत्तीसगढ़ शासन से द्वारा प्राप्त निशुल्क पुस्तक भेंट कर प्रवेशोत्सव में स्वागत कर अपनी हथेलियों का रंगीन छाप सादे कैनवास पर लगाया। प्राचार्य जे.पी. श्याम ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए शाला की अकादमी एवं भौतिक विकास को उल्लेखनीय बताया ।

अकादमी गरु से जहां दसवीं में 91 प्रतिशत, अंग्रेजी माध्यम में 93 प्रतिशत, 12वीं में 93 प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण हुए हैं। वहीं सीसीआरटी नई दिल्ली की राष्ट्रीय सांस्कृतिक छात्रवृत्ति के लिए एक छात्र राजवीर ठाकुर कक्षा आठवीं का चयन राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए हुआ है। अपने स्वागत कथन में क्षेत्र के पालकों, जनप्रतिनिधियों, नवप्रवेशी बच्चों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ने अकादमी क्षेत्र में श्रेष्ठता का प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों कक्षा दसवीं अंग्रेजी माध्यम में श्रेया ध्रुव, चंचल ठाकुर, अंजलि निराला, हिंदी माध्यम में ज्योति महतो, पायल साहू, रिया महतो, कक्षा बारहवीं में मीनाक्षी सुदिप्ति भोई, अंकिता सिंह को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति पुरस्कृत एवं सेवानिवृत्ति प्रधान पाठक राम कुमार वर्मा ने बच्चों की सुरक्षा हेतु “आपदा प्रबंधन सायरन” का चलित मॉडल निर्माण कर शाला के प्राचार्य जे.पी.श्याम को भेंट की। इसका लोकार्पण मुख्य अतिथि डोमन लाल कोर्सेवाडा़ ने किया। इस मौके पर नवाचारी शिक्षक राम कुमार वर्मा की प्रशंसा कर स्वागत किया गया।

अपने सारगर्भित उद्बोधन में मुख्य अतिथि डोमन लाल कोर्सेवाडा़ ने प्राचीन समय के गुरुकुल की व्यवस्था की विशेषता को स्पष्ट करते हुए वर्तमान में गुरुओं के सम्मान को समुदाय में बढ़ाने की प्रेरणा दी। वहीं शाला के भौतिक एवं अकादमिक विकास के लिए शाला परिवार की खुली प्रशंसा कर शाला में अतिरिक्त कमरों के निर्माण की आवश्यकता पर विचार करने का वचन दिया। साथ ही जीवन में शिक्षा के महत्व को स्पष्ट करते हुए बताया कि गुरुओं के सानिध्य में अच्छी शिक्षा प्राप्त कर देश का भविष्य गढ़ा जाता है। एकलव्य ने गुरु की मूर्ति बनाकर ही धनुर्विद्या की श्रेष्ठता प्राप्त कर ली थी। इस कहानी से आज भी शिक्षा लेने की अपील पालकों, शिक्षकों व बच्चों की। प्राचार्य जे.पी. श्याम के संयोजन में आयोजित प्रवेश उत्सव का संचालन वरिष्ठ व्याख्याता टि.सी. मजगहे एवं अंग्रेजी माध्यम की व्याख्या दीपशिखा चंद्राकर ने किया। इस अवसर पर सतीश साहू विधायक प्रतिनिधि, विपिन चंद्राकर सांसद प्रतिनिधि, चंद्र प्रकाश पांडेय उप नेता प्रतिपक्ष, गौरीशंकर मंडल अध्यक्ष चरोदा, प्रेमलाल साहू जिला महामंत्री भिलाई भाजपा, वरुण यादव मंडल अध्यक्ष, मलय बैनर्जी, दिलीप पटेल वार्ड पार्षद, प्रेम सागर चतुर्वेदी विधायक प्रतिनिधि, समाजसेवी सुब्रतो दास, और एन. बाबूराव, वेद प्रकाश पांडेय, नारायण रेड्डी, गोवर्धन, वीरेंद्र गढ़ेवाल, परमजीत सिंह, पी. एन.शर्मा, धीरेंद्र कुमार, रेहाना बेगम सहित काफी संख्या में पालकों की उपस्थिति रही। इसमें शालेय स्टाफ ककी व्याख्याता बुलबुल दास, के. एस. दीवान,एच.एस. वर्मा, भूपेंद्र कुमार, अमित तिवारी, रोशन वर्मा, घनश्याम शर्मा, अश्वनी कुमार, प्रतीक वर्मा, रजत हालदार, मोहित पटेल, मधुमती नायक, सरिता वैद्य, मयूरी फड़के, निधिता यादव, दीक्षा सोनवानी, रोशन वर्मा आदि ने सक्रियता से सहयोग किया।
