रायपुर। बस्तर का अबूझमाड़ क्षेत्र अब नक्सलमुक्त हो गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी घोषणा करते हुए कहा है कि अबूझमाड़ और उत्तर बस्तर को नक्सलियों से मुक्त कर दिया गया है और अब केवल दक्षिण बस्तर में ही नाममात्र प्रभाव बचा है। वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह बदलाव राज्य की “पुनर्वास नीति 2025” और “नियद नेल्ला नार योजना” की सफलता का प्रतीक है। हाल ही में 190 नक्सलियों ने समर्पण किया है, जिनमें एक करोड़ का इनामी रूपेश भी शामिल है।
अबूझमाड़ के 4,400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बसे 237 गांवों में अब प्रशासनिक प्रभाव स्थापित हो चुका है। माड़ डिवीजन, रावघाट एरिया और इंद्रावती क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय नक्सली अब आत्मसमर्पण कर रहे हैं। बुधवार को छह करोड़ के इनामी भूपति के साथ 60 नक्सलियों ने महाराष्ट्र में समर्पण किया। इसके अलावा माड़ डिविजन के 140 और रावघाट कमेटी के 50 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं।
गुरुवार को समर्पण के लिए निकले नक्सली इंद्रावती नदी पार कर पुलिस सुरक्षा में भैरमगढ़ पहुंचे, जहां से उन्हें जगदलपुर लाया गया। उनके पास से 71 हथियार, जिनमें एके-47 भी शामिल हैं, जब्त किए गए हैं।जनवरी 2024 से अब तक राज्य में 2,100 नक्सली आत्मसमर्पण, 1,785 गिरफ्तार और 477 मारे गए हैं।